Friday, June 6, 2014

FIR sought against imposters posing as Insurance authorities



FIR sought against imposters posing as Insurance authorities

I have presented an application to police station Hazratganj, Lucknow for registration of FIR against imposters posing as different insurance authorities.

Yesterday I got a call at my mobile number 094155-34526 from 011-48704800 from one Neha from Insurance Service Complaint Department which she claimed was a government department under the Insurance Regulatory and Development Authority (IRDA). She told me that if I was having any problems with my insurance policies, it would be taken care within 20-25 days, for which she needed my Pan card number, bank account details, copy of legal bonds, policy details etc.

I searched for this department on website and found that no such department actually exists. I made many calls at that number and got no response from the other end. I then contacted LIC headquarters, Hazratganj where I was told that these are fraud being committed only to get the bank details and PAN card details which these people misuse for swindling money.  

Even sometimes back a friend of mine Ashutosh Pandey had got similar call from someone claiming to be calling from a government department Public Fund Transfer department, Pune who asked for similar details.

These being criminal offence under sections 170, 417, 418, 420, 511 IPC along with sections  66A and 66D Information Technology Act 2000, to safeguard many innocent persons duped through this process, I have presented an application for registration of FIR to ps Hazratganj,Lucknow. FIR has not been registered so far.
 


Copy of FIR---
 
सेवा में,
थानाध्यक्ष,
थाना हजरतगंज,
जनपद लखनऊ
विषय- फर्जी सरकारी इंश्योरेंस कंपनी बन कर लोगों से महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने के सम्बन्ध में एफआईआर दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही हेतु
महोदय,
         
कृपया निवेदन है कि मैं अमिताभ ठाकुर निवासी 5/426, विराम खंड, गोमती नगर, लखनऊ हूँ. मैं वर्तमान में संयुक्त निदेशक, नागरिक सुरक्षा, उत्तर प्रदेश के पद पर कार्यरत हूँ और मेरा कार्यालय जवाहर भवन, अशोक मार्ग पर पांचवे ताल पर है. मुझे कल दिनांक 05/06/2014 को समय लगभग 11.07 बजे फोन नंबर 011-48704800 से मेरे मोबाइल नंबर 094155-34526 पर एक फोन आया.
फ़ोन करने वाली महिला ने बताया कि वे इन्शोयेंस सर्विस कम्प्लेंट डिपार्टमेंट से नेहा बात कर रही हैं. उन्होंने मुझे कहा कि उनकी यह सरकारी कंपनी है जो आईआरडीए (इन्शोयेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी) का हिस्सा है. उन्होंने मुझसे पूछा कि क्या मेरे पास कोई इन्शोयेंस आदि हैं, यदि हैं तो क्या मुझे उनके सम्बन्ध में कोई शिकायत है. उन्होंने स्वयं ही कहा कि यदि मुझे कोई शिकायत है तो मैं अपना फोटो, पैनकार्ड नंबर, पॉलिसी के डिटेल्स, लीगल बांड की फोटोकॉपी, अपने बैंक एकाउंट के डिटेल्स आदि उन्हें दूँ और जो कोई भी मेरी शिकायत होगी वह 20-25 दिनों में दूर कर दी जायेगी.
जब मैंने उनसे यह पूछा कि क्या उनकी कंपनी सरकारी है तो उन्होंने हाँ कहा. साथ ही यह भी कहा कि आईआरडीए की कई शाखाएं हैं जिनमे कम्प्लेंट, बोनस, लीगल डिपार्टमेंट आदि हैं, उन्ही में एक शाखा इन्शोयेंस सर्विस कम्प्लेंट डिपार्टमेंट है. उन्होंने बताया कि वे इसके लिए कोई पैसा नहीं लेते क्योंकि वे सरकारी विभाग हैं पर वे ऊपर बताये गए दस्तावेज़ जरूर मांगते हैं.
इससे कुछ दिन पूर्व भी मेरे पास लखनऊ स्थित मेरे एक मित्र श्री आशुतोष पाण्डेय आये थे जिन्होंने बताया था कि उनके मोबाइल नंबर 098074-78974 पर फ़ोन नंबर 070422-94146 से दिनांक 20/05/2014 को समय 14.20 बजे फ़ोन आया था जिस पर उनके लगभग 4.28 मिनट बात हुई और पुनः 21/05/2014 को समय लगभग 11.06 बजे फोन आया जिसपर लगभग 17.11 मिनट बात हुई.
इन फोन पर बात करने वाले ने अपना नाम आकाश मल्होत्रा बताया था और कहा था कि वे सीनियर फंड मैनेजर हैं जो पब्लिक फण्ड ट्रांसफर डिपार्टमेंट, पुणे मुख्यालय में काम करते हैं. उन्होंने अपना व्यक्तिगत नंबर 091360-37014 बताया था.
उन्होने श्री आशुतोष पाण्डेय से लगभग उसी तरह के सवाल पूछे थे कि उनके क्या-क्या पालिसी हैं, वे कितना प्रीमियम देते हैं, कितने किश्त दे चुके हैं, उनकी जन्मतिथि क्या है, कंपनी ने प्रीमियम दिया है अथवा नहीं, कंपनी द्वारा घोषित बोनस मिला है अथवा नहीं आदि.
कथित आकाश मल्होत्रा ने उन्हें कहा कि यदि कोई दिक्कत हो तो वे इसका समाधान कर देंगे. उन्होंने कहा कि कंपनी दिलाने का काम करते हैं. इसके लिए उन्होंने श्री आशुतोष पाण्डेय से उनका बैंक एकाउंट नंबर और ऐसे ही अन्य डिटेल पूछे. श्री पाण्डेय पूर्व में इन्शोयेंस कंपनी में काम कर चुके हैं, अतः वे जानते थे कि इस तरह की कोई कंपनी नहीं होती है. उन्होंने जब अपना परिचय दिया तो आकाश मल्होत्रा कहने वाले व्यक्ति ने तुरंत फोन काट दिया.
श्री पाण्डेय मेरे पास आये थे और मैंने भी उन फोन नंबर पर बात करने की कोशिश की तो एक नंबर पर कोई महिला आयीं जिन्होंने अपना नाम सुश्री अंकिता मिश्र बताया और कहा कि यह रिलायंस इन्शोयेंस का नंबर है. दूसरे नंबर पर यह जवाब आया कि यह वैलिड नंबर ही नहीं है.
कल जब मुझे इस प्रकार का फोन आया तो मैंने उस नंबर पर दुबारा फोन किया लेकिन हर बात अलग-अलग जवाब मिला, कभी तो कोई रिंगटोन नहीं जाए, कभी रिंग जाए पर कोई उठाये नहीं और कभी बीप-बीप की आवाज़ आये. अभी तक मैं उस नंबर से संपर्क नहीं कर पाया हूँ. कल मैंने इस फोन के बाद एलआईसी मुख्यालय, हजरतगंज पर संपर्क किया जहां के श्री सिन्हा, जो कस्टमर रिलेशन विभाग के मैनेजर हैं, ने मुझे बताया कि इन्शोयेंस सर्विस कम्प्लेंट डिपार्टमेंट जैसे कोई भी डिपार्टमेंट हैं ही नहीं बल्कि ये सभी फर्जी लोग हैं जो अलग-अलग नामों से लोगों को फोन करते रहते हैं और उनसे उनके व्यक्तिगत अभिलेख और डिटेल्स पूछते रहते हैं. श्री सिन्हा ने मुझे यह भी बताया कि ये सभी लोग फ्रॉड हैं जो इस प्रकार झूठी सरकारी कंपनी बन कर लोगों से व्यक्तिगत डिटेल्स जान कर उनका दुरुपयोग करते हैं. श्री सिन्हा ने बताया कि ये सारे लोग ख़ास कर सम्बंधित व्यक्ति के बैंक एकाउंट और पैन कार्ड के सम्बंधित डिटेल्स जानने को इच्छूक रहते हैं क्योंकि इसे प्राप्त करने के बाद वे इसका विभिन्न प्रकार से व्यापक दुरुपयोग करते हैं जिसमे इन्टरनेट तथा इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी के माध्यम से तथा टेलेफोन/टेलिकॉम प्रौद्योगिकी का व्यापक दुरुपयोग कर लोगों के बैंक से पैसा निकाल लेने, पैन कार्ड से अन्य जानकारी प्राप्त कर उनका दुरुपयोग करने जैसे अपराध शामिल हैं.
जाहिर है कि जिस प्रकार से मुझे और श्री आशुतोष पाण्डेय को फोन आये और फर्जी सरकारी कंपनी बन कर हमसे हमारे व्यक्तिगत गोपनीय और महत्वपूर्ण वित्तीय जानकारी हासिल करने करने का प्रयास किया गया वह प्रथमद्रष्टया भारतीय दंड संहिता की धारा 170 आईपीसी, धारा 417, 418, 420 सहपठित धारा 511 आईपीसी का अपराध प्रतीत होता है. साथ ही चूँकि इसके लिए टेलिकॉम सुविधा के माध्यम से इन्फोर्मेशन टेक्नोलोजी का प्रयोग किया गया है अतः यह धारा 66A तथा 66D इन्फोर्मेशन टेक्नोलजी एक्ट 2000 का भी अपराध दिखता है.
कृपया यह निवेदन करना है कि यह प्रकरण मेरे अथवा श्री आशुतोष पाण्डेय के साथ घटित अपराध के अतिरिक्त अपने आप में एक व्यापक सन्दर्भों वाला भी अपराध है क्योंकि यद्यपि मैं अथवा श्री पाण्डेय जानकार व्यक्ति होने के नाते इन फर्जी और छद्म लोगों के झांसे में नहीं आये पर जैसा मुझे एलआईसी के श्री सिन्हा ने बताया कई सारे लोग इन फ्रॉड लोगों के चंगुल में फंस जाते हैं और अपने गोपनीय जानकारी इन्हें दे देते हैं जिसका ऐसे लोगों द्वारा आपराधिक हानि कारित करने हेतु दुरुपयोग किया जाता है.
निवेदन है कि चूँकि इस मामले की तह तक जाने का अधिकार और कार्य और इसके लिये आवश्यक साधन-संसाधन जनपदीय पुलिस तथा उसकी आनुषांगिक शाखाओं के पास है, अतः यह मेरे साथ घटित अपराध तथा इससे जुड़े व्यापक जनहित के परिप्रेक्ष्य में अनिवार्य प्रतीत होता है कि इस मामले में
एफआईआर दर्ज करते हुए प्रस्तुत किये जा रहे साक्ष्यों को आगे बढाते हुए इस प्रकार के आपराधिक कार्य करने वालों का अनावरण किया जाए. इससे ना सिर्फ यहाँ जानकारी दिए लोगों पर कार्यवाही होगी बल्कि ऐसा करने वाले तमाम अन्य लोगों में भी भय व्याप्त होगा और इससे तमाम निरपराध और कम जानकार लोगों को भविष्य में ठगे जाने से बचाने का कार्य हो सकेगा.
उपरोक्त के दृष्टिगत पुनः निवेदन है कि प्रार्थनापत्र के आधार पर तत्काल सम्यक और सुसंगत धाराओं में एफआईआर दर्ज कर अग्रिम कार्यवाही करने की कृपा करें.

पत्र संख्या- AT/Insurance/01
दिनांक-
06/06/2014                                      भवदीय,

                                                                                                                                                (अमिताभ ठाकुर)
                                                                                                                                                5/426, विराम खंड,
                                                      गोमती नगर, लखनऊ

                                                                                                                                                # 094155-34526




























passport 12.05 0.46, 0.46, 0.46, 0.46

099531-10928
3.5-4 passport 2.5-3.5
12,000 1.2 30,000 20,000 100 20 3.5
0031104000242943
Aakiri Ashok
IBKL0000031
B+ bahut log
O+ utna hi aayega
Kidney
1 lakh tak dene ko taiyar
Pahle-
Operation Iran flight ticket sab kuch mera
1 saptah me hjo
Pune ka ticket denge
Age 45
45-46
Rajeev singh

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